मैं थाने सिमरु गजानंद देवा lyrics
मैं थाने सिमरू गुजानंद देवा म्हारे वचना रा पूरण वाला जिओ सरस्वती मैया शारदा ने सीमरू मारे हिवडे करोनी अजवाला जिओ निंद्रा निवारो भोला नाथ जी।।टेर।।
(1) जरणी नी जायो उदर नहीं आयो, गवरी रो लाल कहायो जिओ।।
(2) पाणी जेड़ो पातलो पवन जेड़ो, जीनो शोभा वरणी नी जायो जियो।।
(3) हाथ गालु तो हीरो हाथ में नही आवे, नजरा में नहीं रे समावे जियो।।
(4) शुण्ड शुंडालो बाबो थुण्ड थुंडालो, अमिया रे अंग उपजायो जियो।।
(5) मछंदर प्रताप जति गोरख बोले, लजिया बोने ने वाली राखो जियो।।
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इस भजन की रचना मछंदर नाथ जी महाराज के परम शिष्य श्री गोरखनाथ जी महाराज द्वारा की है यह वेकरी वाणी पर आधारित है। गणपति वंदना मैं थाने सिमरु गजानंद देवा lyrics मुझे उम्मीद है मित्रों की यह भजन आपको जरूर पसंद आया होगा मित्रों भजन से संबंधित कोई भी जानकारी प्राप्त करने हेतु आप हमसे संपर्क कर सकते हैं मित्रों यदि आप कथा कहानियां छंद दोहे सवैया आदि पढ़ने की इच्छुक हैं तो कृपया नीचे दिए हुए लिंक पर क्लिक करके पढ़ सकते हैं। मैं थाने सिमरु गजानंद देवा lyrics
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