DOHE

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kavi vrind ke dohe
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कवि वृंद के दोहे

कवि वृंद के दोहे दो शब्द हिन्दी-साहित्य में लोक-व्यवहार विषयक वृन्द कवि की सूक्तियां बड़ी लोकप्रिय हैं, और उनका अपना

राजिया रा सोरठा अर्थसहित
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राजिया रा सोरठा अर्थसहित

राजिया रा सोरठा अर्थसहित कृपाराम बारहठ राजस्थानी कवि एवं नीतिकार थे। उन्होने ‘राजिया रा दूहा’ नामक नीतिग्रन्थ की रचना की।

अन्नपूर्णा स्तोत्रम
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अन्नपूर्णा स्तोत्रम । भगवान शिव द्वारा की गई अनपुर्णा की स्तुति

अन्नपूर्णा स्तोत्रम संसार में सर्वप्रथम भिक्षा भगवान शिव ने माता अन्नपूर्णा जी से मांगी थी। और उन्होंने माता अन्नपूर्णा ईश्वरी

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